गणेश चालीसा : महत्व , नियम , सावधानियां | ganesh chalisa

गणेश चालीसा : महत्व , नियम , सावधानियां | ganesh chalisa

Ganesh chalisaGanesh chalisa

देवताओं   में   प्रथम  ,  एकदन्त  ,  मोदक प्रिय  ,  गणपति   बप्पा   और   भी   कई   अनेक लोकप्रिय  नामों   से   हम   उन्हें   पहचानते   हैं  ..   रिद्धि   और    सिद्धि   के   मध्य    विराजमान श्री   गणेश   भगवान्   के   नाम   लिए   बिना   हमारे  ,   आपके    घरों   में   कोई   शुभ   कार्य नहीं   होते  …  यह   हैं   हमारे   गणपति   बप्पा   की   महिमा   ..  आइये   उनकी    श्री   गणेश चालीसा [ ganesh chalisa ]   के   विषय   में  कुछ   और   जानने   का   प्रयास   करते    हैं  .. श्रीं   गणेशाय   नमः

परिचय [ introduction ]

मित्रों   ..

नमस्कार ,  प्रणाम  कैसे   है  आप  लोग  ??

आप  जानते  ही   होंगें  एवं  आपने  लगभग रोजाना  ही  अनुभव  किया  होगा  तथा   जैसा  की  आपने  थोड़ा  – बहुत ऊपर दी   गयी जानकारी से भी अनुमान लगाया  होगा  की  सम्पूर्ण  भारत वर्ष   में  गणेश   जी  का क्या  स्थान  है  लेकिन  अगर  आप  भारत  में   मनाये  जाने  वाले   गणेशोत्सव   पर  गौर करें  तो  आप पाएंगे की  उनकी  सबसे  ज्यादा   मान्यता  महाराष्ट्र   प्रदेश   में   है  .. वहाँ  पर  छोटे  से  छोटा  और  बड़े  से  बड़ा  हर   कोई  गणपति  बप्पा की भक्ति  में   डूबा  रहता    है  …

तो  दोस्तों …. आज  हम  बात  करेंगे  भगवान  गणेश   के   बारे  में   ।

भारत  में श्री  गणेश  को  शुभ  अवसरों  पर  सर्व प्रथम  पूजा  जाता  है । जैसे … विवाह  व्  अन्य  शुभ कार्यो   आदि । भगवान  गणेश  देवों के  देव  महादेव   शिव के छोटे पुत्र है । श्री  गणेश  भगवान्  को  प्रसन्न करने  के  कई  तरीके   है  लेकिन   भगवान  गणेश  की   चालीसा का पाठ  करना   भक्तों  के   लिए  अत्यधिक   लाभकारी   बताया  गया   है । 

तो दोस्तों हमनें  विस्तारपूर्वक  बताने का  प्रयास   किया  है   की  :-   गणेश   चालीसा   किसे   कहते   है  ?  गणेश  चालीसा  का  पाठ  करने   का  क्या  महत्त्व   है  ?  और  पाठ   करने  के  क्या  लाभ   है  ? तो   मित्रों   आइये   इस   पोस्ट   के  माध्यम   से   विस्तार से   जानने  का  प्रयास करते   हैं  । 

गणेश चालीसा हिंदी में [ ganesh chalisa in hindi ]

गणेश  चालीसा  का  महत्व  [ Importance of ganesh Chalisa ]

मित्रों  .. भगवान  श्री   गणेश   की   कृपा   से   सिद्धि  –  बुद्धि ,  ज्ञान  और  विवेक   की   प्राप्ति   होती   है  ।  गणेश चालीसा  के  प्रभाव  से  इंसान   धनी   बनता   है  , और  वो  उन्नति  की  ओर  अग्रसर   होता   है  ।  वह   जीवन  में  हर  तरह के  सुख   का  भागीदार   बनता   है ,  उसे  अगर  कष्ट  भी  होता है  तो  गणेश   जी   उसे   कई गुना  ज्यादा  सामर्थ्य  एवं  शक्ति   प्रदान   करते   हैं  जिससे वह  जीवन  पथ  पर  निरंतर  आगे   बढ़ता  रहता  है और सभी प्रकार की सम्पन्नता प्राप्त  करता   है   ।

गणेश  चालीसा का पाठ करने से  होने बाले लाभ [ Benefits of reciting ganesh Chalisa ]

मित्रों.. भगवान्  गणेश  हिन्दू – धर्म  में सबसे   पहले पूजे जाने वाले ईश्वर – स्वरुप  माने  गए  है जैसा की ऊपर भी बताया  गया  है  और  सर्वविदित  भी है की कष्टों को  हरने  वाले   विघ्नहर्ता की पूजा  हर कार्य  के आरम्भ में किये जाने की परंपरा है , भगवान शिव  और माता  पार्वती  के  छोटे  पुत्र   गणेश  जी रिद्धि – सिद्धि के   दाता कहे  जाते    है ,

मित्रों ..ऐसा माना जाता है  Ganesh ji  के  आशीर्वाद   के  बिना आपके पास एक बार  धन  तो  आ सकता  है लेकिन  सुख  और  समृद्धि  नहीं  आ  सकती  ।

मित्रों  गणेश जी  को  विघ्नहर्ता  कहा  जाता  है   इस का  मतलब  साफ़  है  कष्ट  और  मुसीबतों  को दूर करने वाला .. जी  हां  दोस्तों  भगवान् गणेश   आपको दुःख – दर्द  से   दूर   रखते   है   जिससे   आपके    सभी कार्य  सफल  एवँ  सुखपूर्वक  हो  जाते  है । निरंतर   प्रतिदिन  गणेश  चालीसा  का  पाठ करने   से  व्यक्ति को  कई   प्रकार  के लाभ   होते  है  वे  कुछ   इस  प्रकार  है  ।

1. घर  में  सुख  शांति  का  आगमन :-

अगर आपके  घर  में   हमेशा  तनाव   बना   रहता   है  और  प्रतिदिन लड़ाई –  झगडे  होते रहते है   तो  गणेश  चालीसा   का   पाठ   आपको   अवश्य   करना   चाहिए  क्यूंकि  Shri Ganesh  भगवान  सुख एवं   समृद्धि   के   दाता  है । प्रतिदिन  श्री  गणेश  चालीसा  का  पाठ   करने  से  घर  मे  सुख – संपन्नता   आती   है ।

2  शत्रुओं  एवं  विपत्तियों  से  मुक्ति.:-

अगर आपको शत्रु परेशान करते है , आपके बनते हुए काम किसी की वजह से खराब हो जाते है , या किसी इंसान की आप पर या आपके परिवार पर या फिर आपके व्यापार पर बुरी नजर है तो श्री गणेश चालीसा का निरंतर पाठ करने से पुराने मुकदमो एवँ बुरी नजर से मुक्ति के साथ – साथ परेशानीयो में भी जीत मिलती है ।

3. विवाह – शादी   की   समस्या  का  निवारण :-

शादी   के   पहले  बप्पा   की   स्थापना   की   जाती   है   और   सबसे   पहले   बप्पा   को   ही  कार्ड  दिया जाता  है ,  इसका   वर्णन   हमारे   ग्रंथो   मे   भी   दिया   गया   है  ।  अगर   आपकी   शादी  समय   पर नहीं   हो   रही  या   फिर   कोई   बाधा   आ   रही   है   तो   निरंतर   गणेश   चालीसा   का   पाठ  करने   से   वो   बाधा   हमेशा    के  लिए   दूर   हो  जाती  है ।  कोई  भी  मांगलिक  कार्यक्रम  हो   छोटा   बड़ा   बिना  गणेश   जी   की  पूजा   के   पूर्ण   नहीं   माना   जाता   है   और  दोस्तों   Ganesh Chalisa  का   पाठ   हर   रोज   करने   से   इस   प्रकार   की   समस्याएं   व्यक्ति   के   जीवन   से   दूर   ही   रहती   है ।   गणेश  चालीसा   के   पश्चात   नित्य   श्री   गणेश  जी  के  हल्दी   का   तिलक   लगाने   से   विवाह   में   आ   रही   बाधा   दूर   सकती   है ।

4. बुध  दोष  निराकरण  :-

अक्सर  कई  बार   लोगो   को  अपनी  कुंडली  में   बुध  दोष  का  सामना   करना   पड़ता   है ।  बुध   दोष की  वजह  से  आपके  जीवन  में  सेल्फ  कॉन्फिडेंस  की  कमी   आती   है  ।  आप   एक  अग्रणी   नेता   नहीं  बन   पाते   और  मामूली  भीड़   का   हिस्सा  बनकर  रह  जाते  है लेकिन जो व्यक्ति  Ganesh Chalisa   का   पाठ   निरंतर   हर   रोज   करता  है  उसके  जीवन में  सेल्फ कॉन्फिडेंस   की  कमी  कभी  भी  नहीं  होती  और  गणेश   चालीसा   का   पाठ करने  से  “बुध दोष”   भी   मिट   जाता  है ।

5. पढ़ाई  के   क्षेत्र   में  सफलता :-

गणेश  चालीसा   का   निरंतर  पाठ   करने  से   छात्रों   का   मन   एकाग्र होता  है ।  छात्र  नई ऊंचाइयों   को छूते  है  ।  यदि   आप  कोई   कॉम्पटेटिव  एग्जाम  ,  गोवेर्मेंट  सर्विस   और इंटरव्यू   की   तैयारी  कर  रहे  है   तो   हर  रोज  गणेश  चालीसा   का   पाठ  करे   एवं बुधवार का व्रत   करना   भी  शुरू  कर दे   इससे आपको   सफलता  मिलने में  मदत   मिलेगी ।

6. स्वस्थ  जीवन  ऊँचे  विचार :-

हर   रोज   गणेश  चालीसा  का   पाठ   करने  से  इंसान   पर  गणेश  जी   की   कृपा   सदा   बनी रहती   है, गणेश  चालीसा   का   पाठ   करने  से  इंसान   सुखी   एवँ   स्वस्थ   रहता   है ।  गणेश चालीसा   का   पाठ निरंतर   करने  से   अनेक   स्वास्थ्य   समस्याएं   दूर   ही   रहती   है  और  तनाव ,  अवसाद   और दर्द  को  कम  करके  मानसिक  स्वास्थ्य   में  सुधार   मिलता   है जिससे  काम  करने  में   मन   लगा रहता  है ।

7. धन  का  भंडार :-

हर कोई जानता है भगवान् गणेश रिद्धि – सिद्धि के दाता है । अगर भगवान गणेश की कृपा हो जाये तो लोगों के जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती ।
धन के भंडार भरे रहते है , और अगर भंडार न भी भरें हो तो अकाल की स्तिथि कभी नहीं होती और धन के साथ – साथ समाज एवं विश्व में प्रसिद्धि की प्राप्ति भी होती है ।


इस मुश्किल भरे दौर में लोग धन तो फिर भी कमा लेते है लेकिन धन आने के बाद आपके जीवन की शांति आपसे छिन जाती है .. अगर आप श्रद्धा – पूर्वक गणेश चालीसा का पाठ करते है तो आपके जीवन में धन के साथ – साथ सुख शांति एवं समृद्धी का भी वास रहेगा । गणेश जी की कृपा से इंसान धन – धान्य से परिपूर्ण होता है , रिद्धि – सिद्धि के दाता के आशीर्वाद से इंसान की दरिद्रता , कर्ज सहित सभी बाधा दूर हो जाती है ।

पाठ  करते  समय  ध्यान  रखने  योग्य  बातें [ Things to keep in mind while reading ]

  •  दोस्तों   गणेश   चालीसा  का  पाठ  हमेशा  साफ़  – सुथरे  और   धुले  कपड़ों   में  ही  करें ।
  •  चालीसा  जाप  करते   समय  प्रसाद  के  लिए  बूंदी  के  लड्डू  और  मोदक  ही  चढ़ाएं ।
  •  गणेश  चालीसा  का  पाठ  करने  के  दौरान  किसी  तरह  के  बुरे  ख्यालों  से  दुरी  बनाके  रखें ।
  •   चालीसा  का  पाठ  करते  समय  हमेशा  पूर्व  या  उत्तर  दिशा  की  ओर  मुख  रखें ।
  •  गणेश  जी  का  आशीर्वाद  हासिल  करने  के   करने  के  लिए  भगवान  शिव  और  माता 
  •    पार्वती  का  ध्यान  भी  अवश्य  करें ।
  •  गणेश   चालीसा   पाठ  के  समय  गणपति  की  मूर्ति  पर  दूर्वा  चढ़ाना  ना  भूलें ।
  •   गणेश  चालीसा  का  जाप  शुरू  करने  से  पहले  गणेश  जी  के  समक्ष  घी  का  दीया  जलाना   बिलकुल  ना  भूलें।

गणेश  चालीसा पाठ करने का सही समय [ Right time to recite  ganesh Chalisa ]

  • दोस्तों   हिन्दू  धर्म  शास्त्रों   के   अनुसार   गणपति   की   आराधना   करने   के   लिए   आप प्रातः काल   उठे ।
  •  नित्य   क्रिया   से   निर्वृत  हो  कर  स्नान   जरूर   करें ।
  • स्नान   के   बाद   सबसे   पहले  धुले   हुए  साफ   वस्त्र   पहनें  ।
  •  अब   अपने  पूजा   स्थल   पर   भगवान  गणेश  की   तस्वीर  या   मूर्ति   की   सफाई   अवश्य  करें ।
  •  घी ,  धुप ,  दीप ,  पुष्प ,  मोदक ,  रौली ,  मोली ,  लाल  चंदन  और  दूर्वा  आदि   से   गणपति   की  पूजा  करें ।
  • इसके   बाद  श्री  गणेश  भगवन   की  आरती  करें ।
  •  पूर्व   या   उत्तर  दिशा  की  ओर  मुख  कर  के  आसन   पर   बैठ  जाएं ।
  • अब   आप   सच्चे   मन   से   श्री   गणेश   चालीसा   का   पाठ   करे ।

अगर आपके मन में किसी देवी – देवता विशेष की चालीसा को लेकर कोई संदेह है तो आप विभिन्न जानकारियों से भरी हुई निम्नलिखित पोस्ट पढ़ सकते हैं ।

श्री हनुमान चालीसा : महत्व , नियम , सावधानियां

श्री शिव चालीसा : महत्व नियम एवं सावधानियां 

दुर्गा  चालीसा : महत्व , नियम एवं सावधानियां

शनि देव चालीसा : महत्व , नियम , सावधानियां

निष्कर्ष  [ Conclusion ]

दोस्तों   इस  आर्टिकल   में  आपने  विस्तार   से   जाना   परिचय  [ introduction ] , चालीसा किसे   कहते है  [ who is called chalisa ] , गणेश   चालीसा  का   महत्व [ Importance of ganesh  Chalisa ] , गणेश  चालीसा   का   पाठ   करने   से   होने   बाले   लाभ  [ Benefits  of  reciting  ganesh  Chalisa ] , पाठ   करते समय   ध्यान   रखने  योग्य  बातें [ Things  to  keep  in  mind  while  reading ] , गणेश   चालीसा   पाठ करने  का  सही  समय  [ Right  time  to  recite  ganesh  Chalisa ]

उम्मीद   करता  हु  जानकारी   आपको   पसंद   आयी   होगी   यदि  आपको  कोई   शिकायत या सुझाव   हो तो   कमेंट  बॉक्स   में   अवश्य   बताये ।

Written by
Prateek
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