प्रणाम मित्रों ..
शिक्षाप्रद एवं मनोरंजक कहानियों की श्रृंखला को एक कदम आगे बढ़ाते हुए , प्रस्तुत है आप सभी के सम्मुख रचयिता विष्णुशर्मा की पञ्चतन्त्र की कुछ चुनिंदा कहानियां .. क्या आप भी पंचतंत्र की कहानियां हिंदी में पढ़कर शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं , यदि हां तो उसके लिए आपको हमारे आज के इस लेख को अंत तक पढ़ने की आवश्यकता होगी । क्योंकि आज के लेख में आपको पंचतंत्र स्टोरीज पढ़कर काफी मजा आने वाला है । तो चलिए बिना समय गंवाए प्रारम्भ करते हैं …
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Panchatantra Stories in Hindi
1 . दो मित्र हाथी और खरगोश | Panchtantra ki Kahani
एक समय की बात है जब एक जंगल में सोनू नाम का एक हाथी रहता था और सोनू खरगोश उसका मित्र था । दोनों ही काफी अच्छे मित्र थे । दोनों जंगल की सैर एक साथ ही किया करते थे । इन दोनों की दोस्ती की चर्चा हर जगह होती रहती थी । फिर एक दिन की बात है जब मौसम काफी अच्छा था । हर तरफ हरी – हरी घास और पेड़ पौधे लहरा रहें थे । उस दिन खरगोश और हाथी काफी पेट भर के खाना खाए ।
वही दोनों का आराम करते – करते खेलने का मन होता है । जिसके पश्चात दोनों ने योजना बनाई और खेलने की शुरुआत कर दिया । लेकिन इन दोनों को कोई नया गेम खेलने का मन हो रहा था । बस इसी पर सोनू ने कहा की हम कोई नया खेल खेलेंगे , जो पुराने खेल से अच्छा होगा । फिर सोनू ने खेल के बारे में अपने मित्र को समझाया की पहले मैं बैठ जाऊंगा और तुमको मेरे ऊपर से उछल कर दूसरी ओर कूदना है जिसके बार तुम बैठोगे तो मैं कूदूंगा ।
एक बात और ध्यान रहे हमें एक दूसरे से बिना स्पर्श हुए ही कूदना है । खेल का नियम सुन सोनू का मित्र तनिक घबरा रहा था लेकिन मित्र का मन रखने के लिए सोनू ने हां कह दी । उसके बाद हाथी नीचे बैठ गया और खरगोश बड़ी आसानी से कूदकर दूसरी तरफ चला गया ।
उसके बाद अब खरगोश जब बैठता है , तो वो डर कर सोचता है कि अगर गलती से भी हाथी मेरे पर गिर गया तो मेरी तो जान ही निकल जाएगी । अब जैसे ही हाथी दौड़ते हुए आता है तो आज पास के जितने भी नारियल के पेड़ थे उससे नारियल टूट – टूट कर गिरने लगते है और खरगोश और हाथी दोनों वहां से भाग जाते है ।
Moral in Hindi – सच्चा और अच्छा दोस्त हर किसी को बनाना चाहिए , लेकिन ऐसा खेल भी नहीं खेलना चाहिए जिससे नुकसान हो ।
वस्तुएं आपको परिभाषित नहीं करती लेकिन वे आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक जरूर होती हैं .. कुछ चुनिंदा परिधान आपको और सुन्दर बनाते हैं और कुछ एसेसरीज आपको भीड़ का हिस्सा नहीं बनने देती .. आइये देखते हैं क्या है वह जो उपयोगी भी है और किफायती भी ..
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2 . चंचल और जैमी | Panchtantra ki Kahani in Hindi
चंचल नाम का एक बच्चा रामपुर गांव में रहता था । जिसके पास एक सफ़ेद कुत्ता था और कुत्ते का नाम जैमी था । चंचल और जैमी में काफी अच्छी मित्रता थी । जैमी चंचल के घर में रहता था और चंचल के हर कार्य में सहायता करता था । जैसे – चंचल स्कूल के लिए तैयार होता , तो जैमी उसकी हर कार्य में सहायता करता था । चंचल का बोतल , जूते सब जैमी ही लेकर देता था । इसके साथ ही किसी भी अन्य व्यक्ति को जैमी घर में घुसने तक नहीं देता था ।
जब भी दरवाजे पर कोई आता तो जैमी भो – भो करके सबसे पहले घर वालों को बताता की कोई आया है । वही चंचल अपने जैमी को बहुत प्यार से खाना खिलाता था । जब दोनो पार्क में खेलने जाते तो चंचल के बॉल को जैमी दौड़ कर ले आता था । जैमी घर का सारा काम करता कभी चौकीदार बन जाता , तो कभी सहभागी तो कभी सेवक ।
कभी चंचल की मम्मी छत पर गेंहू या पापड़ , चावल सूखने को रखती तो जैमी छत पर ही ये देखता रहता था की कोई चिड़िया न आकार बैठ जाए । इसके साथ ही चंचल जब मार्केट जाता तो जैमी अन्य कुत्तों से चंचल को हमेशा बचा कर रखता । कुल मिलाकर देखा जाए तो आज के समय में एक मनुष्य अपनी दोस्ती नहीं निभा पाते वही एक जानवर होकर जैमी हमेशा चंचल के साथ अपनी मित्रता निभाता है ।
Moral in Hindi – दोस्ती करें तो उसे जरूर निभाएं क्योंकि एक दोस्त दूसरे दोस्त की हमेशा मदद करता है ।
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3 . हिरण का बच्चा | Panch Tantra ki Kahani
एक समय की बात करें , तो एक जंगल में सभी जानवर अपने परिवार के साथ रहते थे , उन्ही में एक हिरण का परिवार रहा करता था । हिरण के जोड़े का एक सुंदर सा बच्चा था । एक रोज खरगोश के साथ उसकी दौड़ हुई और हिरण का बच्चा आगे – आगे दौड़ने लगा । दरअसल , हिरण का बच्चा खेत पार कर गया , नदी तक पार कर गया लेकिन पहाड़ पार करने में असफल रहा । जिसके बाद हिरण का बच्चा चट्टान से टकराकर नीचे गिर गया और जोर – जोर से रोने लगा ।
हालांकि , बंदर जो इस दौड़ को देख रहा था , उसनें हिरण के बच्चे को उठाया और उसकी चोट को सहला कर चुप कराने की पूरी कोशिश की , लेकिन फिर भी वो चुप नहीं हुआ । जिसके बाद भालू दादा ने भी चुप कराने की कोशिश की , लेकिन फिर भी वो चुप नहीं हुआ । फिर सियार ने भी नाच कर उसे हंसाने और चुप कराने की कोशिश की तो भी वह चुप न हुआ ।
फिर अंत में हिरण की मां ने थोड़ा प्यार किया और बोली की चलो उस पत्थर को पीटते है , तो हिरण के बच्चे ने कहा कि वो भी रोने लगेगा ??
अब ये सुनकर हिरण की मां हंसने लगी और बेटा हिरण भी हंसने लगा । साथ ही बाकी के जानवर भी जोर – जोर से हंसने लगे ।
Moral in Hindi – बच्चों में बड़ो के मुताबिक संवेदनाएं अधिक होती है । और हमें हमेशा उसे बढ़ते रहना चाहिए ।
4 . शरारती बंदर | Panch Tantra Stories in Hindi
एक समय की बात है जब एक जंगल में एक बंदर रहा करता था । वो बंदर इतना शरारती था की वे हर पेड़ पर चढ़ कर फलों से सभी को मारते रहता था । तभी गर्मी के दिनों में जब पेड़ों पर आम लगे हुए थे , तो हर रोज बंदर सभी पेड़ो पर जा – जाकर आम का रस चूसता रहता था और खूब मजे करता था । वही नीचे आने – जाने वाले लोगों को हर रोज पेड़ पर बैठे बंदर फल मार – मार कर परेशान करता रहता था ।
तब एक दिन उस रास्ते से हाथी गुजर रहा था । वही उपर पेड़ पर बैठा बंदर अपनी हरकतों से लाचार था । नीचे हाथी को देखकर बंदर ने अपनी शरारती दिमाग में कुछ सोचा और हाथी को आम तोड़कर मारने लगा । जिसके बाद हाथी के आंख और कान पर आम से बहुत जोर की चोट लगी । अब हाथी को काटो तो खून नहीं .. वह क्रोध से भर उठा .. ।
उसके बाद किसी तरह हाथी नें अपनी सूंढ से बंदर को अपने लपेटे में ले लिया और बोला कि आज तो तुझे छोडूंगा नहीं तू हर रोज नीचे आते – जाते लोगों को परेशान करता है आज तू तो गया । तभी बंदर कान पकड़ लेता है और हाथी से माफी मांगने लगता है , बंदर बोलता है की ” हाथी भाई अब से सच में मैं कभी किसी को परेशान नहीं करूंगा । अगर आप दोबारा मुझे ऐसा करते हुए पकड़ो तो मेरी जम कर पिटाई कर देना .. लेकिन इस बार मुझे माफ़ कर दो .. इतना सुनने के बाद हाथी को बंदर पर दया आ जाता है और वो उसे माफ कर देता है ।
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Moral in Hindi – कभी – किसी को परेशान नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका परिणाम हमेशा बुरा ही होता है ।
5 . चिड़ियाघर की सैर | Panch Tantra Stories in Hindi
एक समय की बात है जब राम अपने माता – पिता के साथ चिड़ियाघर की सैर करने जा रहा था । दरअसल , अमन बच्चा है जो अपनी मम्मी के गोदी में चढ़ कर चिड़ियाघर घूमने गया था इसलिए उसका टिकट नहीं लगा । राम के मम्मी – पापा टिकट लिए और चिड़ियाघर की सैर करने निकल गए । राम ने चिड़ियाघर में एक तालाब देखा जिस पर काफी सारे बत्तख और बगुला तैरते नजर आ रहे थे । राम को ये सब काफी अच्छा लग रहा था ।
फिर थोड़ी देर बाद राम को वहां एक बंदर भी नजर आता है । फिर राम छोटे – छोटे बंदरों के साथ खेलने लगता है । जिसके बाद थोड़े देर बाद राम को एक भालू नजर आता है । वो भालू को देखकर काफी खुश हुआ । फिर उसे बहुत सारे शेर और जिराफ भी देखने को मिला । हालांकि, शेर को देख कर राम डर गया और जोर – जोर से रोने लगता है ।
फिर थोड़े देर बाद राम को हाथी के झुंड नजर आते है और वहां पर राम ने देखा की वहां पर कई सारे बच्चे भी थे । राम भी बाकी के बच्चो की तरह ही हाथी को देखने लगता है । जिसके बाद चलते वक्त राम अपनी मां के गोदी में चला जाता है । इस तरह राम ये सब देख कर थोड़ा – थोड़ा चलने लगा बाकी के बच्चो को देख – देख कर । यहां पर राम ने चलना सीखा ।
Moral in Hindi – इस कहानी से हमे यह शिक्षा प्राप्त हुई की बच्चे अनुकरण से सीखते है । बच्चो के मन के विकास के लिए उन्हें दुनिया का रूप दिखाना जरूरी होता है ।
एक प्रेरणादायक एवं मनोरंजक कहानी आपका इन्तजार कर रही है ..शॉर्टकट .. नौकरी की खोज पर एक प्रेरणादाई कहानी ..
6 . मित्र की आवश्यकता ( तीन कछुओं की कहानी )
एक समय की बात है जब एक तालाब में तीन कछुए एक साथ रहा करते थे । दरअसल , इन तीनों में दो कछुए एक दूसरे से काफी लड़ाई करते थे और तीसरा थोड़ा बहुत समझदार था । वह इन दोनों के लड़ाई में कभी भी नहीं कूदता था । वही एक दिन की बात है जब एक पत्थर से टकरा कर एक कछुआ उल्टा हो जाता है ।
दरअसल , कछुआ सीधा होने का काफी कोशिश करता लेकिन हो नहीं पाता । हुआ यूं की कछुआ का पैर आसमान की ओर और पीठ धरती की ओर था । काफी कोशिश के बाद भी कछुआ सीधा न हो पा रहा था । जिसके दौरान उसे काफी पछतावा भी हो रहा था की उसने अपने जीवन में सबसे लड़ाई के सिवा कुछ नहीं किया । यही कारण है कि उसके आस – पास जल्दी कोई आ भी नहीं रहा था , जिससे वे मदद मांग सकता ।
दूसरी तरफ तालाब में दो कछुए इसका इंतजार कर रहे थे । जब तीसरा कछुआ काफी देर तक नहीं आया तो दोनो कछुए परेशान हो गए । जिसके बाद वे अपने तीसरे कछुए की तलाश में निकल गए । दोनों कछुए ने देखा की तालाब के दूर एक पत्थर था जहां पर तीसरा कछुआ उल्टा पड़ा हुआ था । जैसे ही दोनों कछुए ने उसे देखा वैसे ही दोनो दौड़ते हुए कछुए के पास जाते है ।
वहां पहुंचने के बाद दोनो कछुए उसकी हाल – चाल पूछते है । दरअसल, कछुआ अपने किए पर काफी शर्मिंदगी महसूस कर रहा था । जिसके बाद वे जोड़ – जोड़ से रोने लगता है । फिर दोनो कछुए से माफी मांगते हुए कभी लड़ाई न करने का प्रोमिस करता है । इस तरह तीनों कछुए एक दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त बनकर उसी तालाब में रहने लगते है ।
Moral in Hindi – अपने आस – पास रहने वाले लोगों से कभी भी दुश्मनी नहीं करनी चाहिए । बल्कि , उनको अपना मित्र बनाकर रखे , क्योंकि समय आने पर वो ही आपकी मदद करेंगें ।
7 . सुंदरपुर की कहानी | Panch Tantra ki kahaniyan
एक समय की बात है जब सुंदरपुर नाम का एक बहुत ही सुंदर जंगल हुआ करता था । उस जंगल में बहुत सारे पशु , पक्षी और जानवर रहा करते थे । दरअसल , वक्त के साथ सुंदरपुर की सुंदरता तनिक कम होती गई । साथ ही कुछ पशु – पक्षी भी वहां से किसी दूसरे जंगल में जाकर रहने लगे थे । वजह यह था की काफी दिनो से वहां पर बारिश नहीं हुआ था । इसलिए पशु – पक्षी और जानवर सभी जंगल को छोड़ कर जाने लगे थे ।
दरअसल , काफी दिनों से बारिश न होने की वजह से पेड़ – पौधे की हरियाली खत्म सी होने लगी थी । इसी कारण पशु – पक्षी को भी मन नही लग रहा था । इसलिए सभी जानवर जंगल को छोड़कर जाने का फैसला करते है । तभी गिद्ध ने देखा की जंगल की ओर काले बादल आ रहे थे । गिद्ध ने सभी जानवर को बताया कि काले बादल आ रहे है और अब बारिश होने वाली है ।
जिसके बाद सभी पशु – पक्षी खुश हो जाते है और जंगल वापस आ जाते है । देखते ही देखते जोरो से बारिश भी होने लगती है । दरअसल , दो – तीन दिन तक लगातार काफी जोड़ का बारिश हुआ । जिसके बाद जब बारिश रुकी तो सभी जानवरों ने देखा की फिर से पेड़ – पौधे हरे भरे हो गए थे।
Moral in Hindi – इस कहानी को पढ़कर हमें यह शिक्षा प्राप्त हुई की धैर्य का फल हमेशा मीठा ही होता है ।
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आशा करता हूं कि आपको हमारा Panchatantra Stories in Hindi का यह पोस्ट पसंद आया होगा । आज के लेख में मैंने आप सभी को कुछ Panchatantra Stories के बारे में विस्तार से जानकारी साझा किया है । उम्मीद है कि आपका इससे ज्ञान बढ़ेगा । साथ ही अगर आपको हमारा आज के इस पंचतंत्र के इस पोस्ट को पढ़कर कोई भी सवाल पूछना हो , तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं ।