Introduction
प्रणाम 🙏
दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि resume kaise banaye , रिज्यूमे ( resume ) क्या होता है ?? रिज्यूमे कैसे बनाते है ( how to make a resume ) और रिज्यूमे एंड सीवी में क्या डिफरेंस ( भेद / फ़र्क ) होता है ( whats is difference between resume and cv ).
दोस्तों
.. resume kaise banaye इंटरनेट पर काफ़ी सर्च किये जाने वाला विषय है … रिज्यूमे एक ऐसा पेज होता है जिसमें आपकी पूरी जानकारी शॉर्ट में लिखी होती है । अक्सर हमें रिज्यूमे ( resume ) की जरूरत जॉब अप्लाई ( job apply ) करने के लिए पड़ती है ।
दोस्तों … इस बात से बहुत फ़र्क पड़ता है की आपने रिज्यूमे में क्या लिखा है क्या आपने सही से अपनी स्किल एंड qualification को मैंशन किया है ??
क्योंकि interviewer आपके रिज्यूमे से ही आपको जज कर लेता है फिर वह उसके अकॉर्डिंग ( अनुसार ) ही प्रश्न पूछता है इसलिए दोस्तों एक अच्छा रिज्यूमे बनाना बहुत जरुरी है नीचे हम आपको रिज्यूमे की पूरी जानकारी विस्तार से बताने जा रहे है । तो आइये जानते है स्टेप बाय स्टेप की resume kaise banaye .
How to make a resume in hindi | resume kaise banaye ( रिज्यूमे कैसे बनाते हैं हिंदी में )
Resume में आपको अपनी सारी information लिखनी होती है यहां पर में आपको पॉइंट्स बाई पॉइंट्स जो details बताऊंगा बह आप अपने रिज्यूम में लिख सकते है जिससे रिक्रूटर को आपको बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके ।
1. Resume Header
रीजूम का सबसे ऊपरी भाग रिजूम हैडर होता है . जिसमें कैंडीडेट का नाम , फोटो तथा संपर्क आदि जानकारी होती है .
हैडर को आवेदनकर्ता आकर्षक बनाने के लिए रंगीन बैकग्राउंड का सहायता लेते है और मोटे बड़े अक्षरों में नाम टाईप करते है . तथा दांए कोने में अपना पासपोर्ट साईट फोटो गोलाकार में जोड़ देते है .
साथा ही कुछ कैंडीडेट्स अपने नाम के नीचे छोटे अक्षरों में अपना पद या फोफेशन का वर्णन भी कर देते है . जैसे ; sonu एक इंजिनियर है और उसे फोटोग्राफी करना भी पसंद है .
आपने ध्यान दिया हो तो मैंने संपर्क यानी Contact Details को भी हैडर का हिस्सा बताया है और उसे अलग से भी लिखा है .
दरअसल , कुछ लोग Contact Details को अलग सेक्शन बनाकर वर्णित करते है . इसलिए इसे मैंने अलग से लिखा है .
ये पूरी तरफ आपकी च्वॉइस है आप कॉन्टैक्ट डिटैल्स कहां लिखना चाहते है . काम की बात ये है कि हमें इस सेक्शन में किन – किन बातों को लिखना चाहिए ?
2. Contact Details में शामिल जानकारी .
- आपका पूरा नाम
- फोन नंबर
- पता
- ईमेल एड्रेस
- सोशल मीडिया प्रोफाईल्स
नाम लिखते समय कभी भी प्रथम नाम लिखकर ना छोड़ दें . आपके शैक्षिक दस्तावेजों में जो नाम दर्ज है उसे ही रिजूम में भी वैसा ही लिखे .
फोन नंबर निजी लिखे . किसी ऑफिस , रिश्तेदार , दोस्त का नंबर देने से बचे . और एड्रेस लिखने में भी पिन कोड , एरिया कोड का ध्यान रखें . ये आपको लोकेशन के हिसाब से छांटने में मददगार साबित होगा.
Email address में अर्थहीन और कार्टून , मूवी कैरेकटर्स के नाम शामिल नही होने चाहिए . जैसे ; sonu12@gmail.com एक ईमेल एड्रेस का बेहतर उदाहरण है . लेकिन , batmanherofanpg@gmail.com जैसे ईमेल एड्रेस को लिखने की बचकानी हरकत भूलकर भी ना करें.
फेसबुक , ट्वीटर , लिक्डंइन आदि सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते है तो उनका जिक्र करना भी सही होगा . क्योंकि आजकल नियोक्ता फेसबुक प्रोफाईल , लिक्डंइन प्रोफाईल , ट्वीटर हैंडल , युट्यूब चैनल पर उनके द्वारा शेयर किए गए कंटेट के आधार पर मूल्याकंन करने लगे है .
3. Career Objectives
यह लगभग 50 शब्दों में लिखा गया है एक छोटा सा पैराग्राफ होता है जो आवेदनकर्ता के उद्देश्य से बना होता है . आजकल इस सेक्शन का औचित्य नही बचा है . इसलिए इसे लिखना वैकल्पिक रह गया है.
अगर आप इस सेक्शन को लिखना चाहते है तो यहाँ पर स्पष्ट बताएं कि आप इस जॉब को क्यों करना चाहते है और आप किस प्रकार कंपनी / संस्था के लिए फायदेमंद साबित हो सकते है .
4. Education Qualifications
रिजूम में शैक्षिक उपलब्धियों पर सबसे ज्यादा जोर दिया जाता है. और इस दस्तावेज का निर्माण भी शैक्षिक जानकारियों से ही होता है . अपनी शैक्षिक योग्यताओं का वर्णन करते समय निम्न जानकारी देना पर्याप्त होता है .
- संस्था का नाम
- डिग़्री का नाम
- उतीर्ण वर्ष
यदि आप फ्रेशर है तो अपनी शैक्षिक उपलब्धियों को ढंग से प्रभावशाली तरीके से लिखे. और हो सके तो स्कुल / कॉलेज में पाठयक्रम से इतर अतिरिक्त गतिविधियों का जिक्र भी करें.
नौकरी हो या बिजनेस क्या आप जानते है की कौन सी चीज / आदत है जो आपको पीछे धकेल रही है और उन्नति नहीं करने दे रही है … क्या है वह रुकावट ?? जानने के लिए पढ़े .. एक प्रेरणादायक और भावुक कहानी से सजी पोस्ट … जो आपको जीवन का महत्वपूर्ण पाठ पढ़ाती है .. आज कौन सा दिन है
5. Skills
यदि आपने स्कुल / कॉलेज के अलावा कुछ अतिरिक्त कौशल का प्रशिक्षण प्राप्त किया है . तो उसके लिए आप अलग सेक्शन बनाकर लिख सकते है .
अधिकतर स्टुडेंट्स इन प्रोफेशनल स्किल्स को Education Section में ही शामिल कर देते है . जो मेरे हिसाब से गलत है. आप प्रोफेशनल स्किल के बारे में अलग से लिखे . ताकि नियोक्ता की नजर में आएं.
स्किल को लिखते समय सिर्फ कौशल का जिक्र ना करें. बल्कि इस काम को करने के लिए आपने किस विशेष टूल , साधन , तरीका अजमाया है साथ में उसे भी शामिल करें.
जैसे;
- Computer Fundamentals ( Windows 10 , MS Office 2016 )
- Web Designing ( HTML , CSS , JS , Bootstrap , Notepad ++ )
- Digital Marketer ( FB Ads , Adwords , aherf , semrush )
6. Work Experience
कार्यानुभव एक रिजूम का हृदय माना गया है . इसलिए इस हृदय यानि कार्यानुभव को बड़ी ही सावधानी से प्रदर्शित करें.
इसके लिए आप क्रोनोलॉजिकल ऑर्डर का उपयोग करते हुए अपने कार्यानुभव के बारे में लिखने के लिए आप अलग से Work Experience , Professional Experience नाम से शीर्षक बनाकर लिखें तो बेहतर है . क्योंकि इस तरह के शीर्षक Applicant Tracking Systems ( ATS ) को पार कर जाते है.
अपने कार्यानुभव को लिखते समय उसमें आप निम्न जानकारी अवश्य लिखें.
- कंपनी का नाम
- पद
- लोकेशन ( ब्रांच आदि )
- समय ( जॉइनिंग़ से लेकर इस्तीफे तक का समय )
इस सेक्शन को लिखते समय शेखी ना बगारे और केवल आवेदन किए जा रहे जॉब के लिए आवश्यक और प्रासंगिंग़ जानकारी ही लिखे.
7. Award & Honors
इस सेक्शन में आप स्कुल / कॉलेज में प्राप्त सम्मान और इनामों के बारे में लिख सकते है. यदि आप कार्यरत है और इनाम मिला है , प्रशंसा – पत्र मिला है तो उसका जिक्र कर सकते है.
8. Hobbies
इस दुनिया में हर इंसान विशेष है . इसलिए उसकी जीवन – शैली भी भिन्न होती है. काम के अलावा हमारे द्वारा समय मिलने पर जो काम किए जाते है उन्हे होबी नाम दिया गया है . जैसे ; किसी को गाना पसंद है , कोई क्रिकेट खेलना पसंद करता है , किसी को टिक – टॉक पर विडियों बनाना पसंद है.
इस सेक्शन में आपको इसी तरह के कामों के बारे में जानकारी देनी होती है.
आप ज्यादा विवरण मे ना लिखे सिर्फ नाम लिखने से काम चल जाता है.
9. References & Footer
References का मतलब संदर्भ होता है यानी जानकारी . सीधे कहें जो रिश्तेदारी , दोस्ती आदि . आप जिस कंपनी के लिए अप्लाई कर रहे है. उसमें आपका कोई जानकार है तो उस व्यक्ति के बारे में इस सेक्शन में लिखा जाता है.
लेकिन , यह वैकल्पिक है और मांगने पर ही लिखना चाहिए . अपना रुत्बा जताने के लिए इस सेक्शन को शामिल ना करें . रिजूम का काम सिर्फ आपको इंटरव्यु के लिए छांटना है.
Footer एरिया में ही संदर्भ को लिखा जाता है. संदर्भ के अलावा दिनांक , समय , हस्ताक्षर तथा घोषणा / शपथ आदि अतिरिक्त जानकारी जोड़ दिए जाते है.
ध्यान दें : रिजूम में अपनी निजी जानकारी जैसे : जन्म तिथी , लिंग , वैवाहिक स्थिति , उम्र , शारीरिक बनावट , रंग – रूप आदि भूलकर भी ना लिखें.
सबमिट करने से पहले दुबारा पढ़े ।
रिजूम बनाने का सारा काम पूरा हो गया है और आप भेजने के लिए तैयार है . तो एक बार रुक जाए और रिज्यूमे को दुबारा पढ़े .
कहीं ऐसा ना हो आप जल्दबाजी में कुछ लिखने से भूल जाएं . इसलिए सबमिट करने से पहले तसल्लि से शांत चित्त होकर दुबारा पढ़े . और सभी जानकारी मूल दस्तावेजों से मिलाने के बाद ही सबमिट करें ।
Resume और CV में मुख्य अंतर क्या होता है – Difference between Resume and CV in Hindi ?
Resume kaise banaye इस आर्टिकल को पढ़ते समय अगर आप इस हिस्से को नहीं पढ़ रहे हैं तो आप एक महत्वपूर्ण जानकारी से अंजान रह जायेंगे । resume और CV ये दो शब्द एक – दूसरे के लिए परस्पर इस्तेमाल किए जाते है . क्योंकि इन दोनों शब्दों को एक ही मान लिया गया है .
मगर , ये दोनों शब्द अलग – अलग है और भिन्न अर्थ तथा उद्देश्य रखते है.
अब आप सर मत खुजाइए . मैं बता तो रहा हूँ Resume और CV में क्या अंतर होता है ? ये कैसे एक – दूसरे से भिन्न है ?
- अर्थ – CV का अर्थ Curriculum Vitae होता है यानि जीवन – क्रम. और प्रोफेशनल तथा शैक्षिक योग्यताओं का संक्षिप्त विवरण है.
- उद्देश्य – resume और सीवी CV दोनों को नए जॉब ढूँढ़ने के लिए ही बनाया जाता है . लेकिन , कुछ युनिवर्सीटीज में एडमिशन देने से पहले भी रिज़्यूमे मांगा जाता है . रिजूम को लगभग सभी इंडस्ट्रीज में अपनाया गया है . वहीं सीवी केवल शैक्षिक , विज्ञान , कानून ( लॉ ) तथा मेडिकल इंडस्ट्रीज तक सीमित है.
- लंबाई – एक रिजूम अधिकतम दो पन्नों पर बनाया जाता है . लेकिन , सीवी की लंबाई आमतौर पर 4 पन्नों तक होती है. जो घटाई – बढ़ाई जा सकती है.
Conclusion ( निष्कर्ष )
दोस्तों
आज हमने सीखा resume kaise banaye in hindi ( रिज्यूमे कैसे बनाते हैं हिंदी में ) What is a resume and its benefits ( रिज्यूमे क्या है और इसके क्या फायदे हैं ) what is a difference between resume and c.v ( रिज्यूमे और c.v में क्या अंतर है ) किसी भी बड़े कार्यछेत्र / संस्थान / कम्पनी / कॉर्पोरेशन में सेवा प्राप्त करने के लिए Resume kaise banaye यह समझना और बनाना जरूरी है और उनमें प्रवेश के लिए प्रथम चरण भी ।
इसके साथ – साथ किसी ऐसे व्यक्ति जो रिज्यूमे बनाने की बुनियादी बातों से अंजान हो की मदत करना यह सीखने में की resume kaise banaye आपकी व्यवहार कुशलता को और आपके मददगार रवैये को भी दर्शाता है …
अतः निस्वार्थ भाव से दुसरो की मदत करना भी सीखे क्यों की जीवन का नियम है की जो आप देते है वही आपके पास लौट कर आता है ।
Frequently Asked Questions
QUES. 1 : रिज्यूमे में क्या – क्या लिखें ??
- Resume Header
- Contact Details { आपका पूरा नाम | फोन नंबर | पता | ईमेल एड्रेस | सोशल मीडिया प्रोफाईल्स }
- Career Objectives
- Education Qualifications
- Skills
- Work Experience
- Award & Honors
- Hobbies
- References & Footer
QUES 2 : CV का क्या अर्थ होता है ?
ANS : CV का अर्थ Curriculum Vitae होता है यानि जीवन – क्रम. और प्रोफेशनल तथा शैक्षिक योग्यताओं का संक्षिप्त विवरण है ।
QUES 3 : Resume और CV में क्या अंतर होता है ?
ANS : resume और सीवी CV दोनों को नए जॉब ढूँढ़ने के लिए ही बनाया जाता है . लेकिन , कुछ युनिवर्सीटीज में एडमिशन देने से पहले भी रिज़्यूमे मांगा जाता है . रिजूम को लगभग सभी इंडस्ट्रीज में अपनाया गया है . वहीं सीवी केवल शैक्षिक , विज्ञान , कानून ( लॉ ) तथा मेडिकल इंडस्ट्रीज तक सीमित है .
आशा करता हु जानकारी आपको अच्छी लगी होगी अगर आपका कोई सुझाव या शिकायत हो तो कमेंट करें ।
धन्यवाद ..