प्रणाम ..
स्वागत है एक नई पोस्ट में जो सजी है १० प्रसिद्ध एवं प्रेरणादाई कहानियों से { Top 10 moral Stories in Hindi } .. यूँ ये कहानियां आप सभी ने बचपन में अपने बड़ों से सुनी होगी .. और निश्चित ही कुछ सबक़ भी लिए होंगे ..
अगर आप भूल गए हैं तो आइयें उन प्रसिद्ध १० कहानियों { Moral stories } को पढ़ते और पढ़ाते है .. और एक बार फिर कुछ सबक़ सीखने की कोशिश करते हैं .. जिससे आपको इन Stories को पढ़कर बेहतर नैतिकता और शिक्षा का बोध होगा ।
[ 1 ] सोने का अंडा | Top 10 Moral Stories in Hindi
चांदपुर नाम के एक गांव में एक किसान रहते थे । प्रतिदिन के जैसे ही किसान अपने खेतों में कार्य करके अपने घर वापस जा रहे थे । वही इस किसान को घर लौटते समय रास्ते में एक घायल अवस्था में मुर्गी नजर पड़ती है , जिसका काफी ज्यादा खून निकल चुका था । अब किसान मुर्गी को अपने घर ले जाता है और इसकी मरहम पट्टी कर देता है ।
कुछ दिन बीत जाते पर मुर्गी बिल्कुल ठीक हो जाती है । फिर किसान को बोलती है की तुमने मेरी बहुत मदद की है इसके बदले मैं तुमको हर दिन एक सोने का अंडा दूंगी । फिर हर रोज मुर्गी एक सोने का अंडा दिया करती थी और किसान उसे बाजार में जाकर बेच दिया करता था । समय के साथ किसान गरीब से अमीर बन जाता है ।
फिर किसान के मन में एक बात आती है कि मुझे हर दिन मुर्गी का सेवा पानी करना पड़ता है और तब जाकर मुर्गी मुझे एक सोने का अंडा देती है, तो क्यों न मुर्गी के पेट को चीर कर एक बार में ही सारे सोने का अंडा निकाल लिया जाए । जिसके बाद किसान मुर्गी के पेट में एक चाकू मारता है, लेकिन फिर भी किसान को एक भी अंडा नहीं मिलता है । बल्कि जो भी सोने के अंडे हर रोज मिलते थे , उससे भी किसान हाथ धो बैठता है ।
Moral in Hindi – सोने का अंडा कहानी को पढ़कर हमें यह सीखने को मिलता है कि हमें जीवन में कभी भी लालच नहीं करना चाहिए । लालच से कई बार हम अपना ही बुरा कर बैठते है ।
इलेक्ट्रॉनिक से लेकर साज – सज्जा तक के लिए सबसे आकर्षक सामान सबसे आकर्षक दाम पर वो भी सबसे आकर्षक छूट के साथ , सिर्फ आज के लिए .. TODAY’S DEALS
[ 2 ] कछुआ और खरगोश | Moral Stories in Hindi
काफी वर्ष पहले एक जंगल में एक खरगोश और कछुआ दोनों दोस्त रहते थे । लेकिन दोनों में खरगोश को अपने तेज गति पर काफी घमंड था और अक्सर खरगोर कछुए को उसकी धीमी गति के लिए छेड़ता रहता था । फिर एक दिन कछुए ने अपनी चुप्पी तोड़ी और खरगोश को रेस के लिए चैलेंज कर दिया । खरगोश पहले खूब हंसता है और फिर कछुए के चैलेंज को एक्सेप्ट कर लेता है ।
फिर दोनों में रेस शुरू हो जाता है , वही खरगोश अपनी तेज गति से भागने लगता है , तो वही कछुआ अपनी धीमी गति से ही चलना शुरू कर देता है । फिर तनिक दूर जाकर खरगोश सोचता है कि पेड़ के नीचे थोड़ी देर रेस्ट कर लेता हूं । रेस्ट करते करते खरगोश को कब नींद आ जाता है, उसे पता ही नहीं चलता । उधर धीरे – धीरे खरगोश चलता जाता है और फिनिश लाइन तक भी पहुंच जाता है ।
फिर जैसे ही खरगोश की नींद खुलती है और वे दौड़ते हुए फिनिश लाइन तक पहुंचता है , तो कछुए को पहले पहुंचा देख खरगोश को काफी शर्म आती है । इसके साथ ही हम ये जान सकते है कि खरगोश की तेज गति तो थी लेकिन कछुए की निरंतर कोशिश और इच्छा शक्ति काफी ज्यादा देखा गया ।
Moral in Hindi – कछुआ और खरगोश के इस कहानी को पढ़कर हमें यह सीखने को मिला कि कभी भी हार नहीं मानना चाहिए, बल्कि लगातार कोशिश करते रहने चाहिए भले ही उनकी गति धीमी हो ।
[ 3 ] अंगूर खट्टे हैं | Short moral Stories in Hindi
एक दिन दोपहर में एक भूखा और लालची लोमड़ी खाने की खोज में इधर – उधर घूम रही थी । जिसके पश्चात जंगलों के बीचों – बीच उसे एक अंगूर के गुच्छे दिखाई पड़ते है । अब इतने अंगूर को देखकर लालची लोमड़ी के मुंह में पानी आ जाता है । लेकिन समस्या यह है कि बार – बार कोशिश करने के बावजूद भी लोमड़ी अंगूर के पास पहुंच नहीं पाती है ।
वही लोमड़ी सोचती है और तनिक पीछे जाकर दौड़ते हुए एक लंबी छलांग लगाती है , लेकिन फिर भी वे अंगूर तक नहीं पहुंच पाती । फिर आखिर में लोमड़ी थक जाती है और सोच लेती है कि अंगूर खट्टे है और उसे खाने से कोई लाभ नहीं है । ऐसा सोच कर लोमड़ी घर लौट जाती है ।
moral in Hindi – अंगूर खट्टे है के इस कहानी को पढ़कर हमें यह सीखने को मिलता है कि जब किसी बेवकूफ व्यक्ति को कोई चीज नहीं मिलती , तो वो व्यक्ति अपनी कमी को छुपाने के लिए उस वस्तु को ही दोष लगा देता है ।
Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi , Top 10 moral Stories in Hindi
[ 4 ] प्यासा कौआ | Top 10 moral Stories in Hindi
एक समय की बात है , कड़ी धूप में एक कौआ प्यास को मिटाने के लिए पानी की तलाश में इधर से उधर घूमता फिर रहा था । अत्यधिक प्यास की वजह से कौआ को ऐसा लगने लगा था कि यह उसका अंतिम दिन चल रहा है । उसी दौरान उसे एक पेड़ के नीचे एक पानी का घड़ा नजर आता है। उसे देखकर कौआ को थोड़ी बहुत राहत मिलती है । जैसे ही कौआ घड़े के पास जाता है , तो वो देखता है कि घड़े में तो पानी काफी कम है।
जिसके कारण पानी मुंह तक नहीं पहुंच पा रहा । कौआ बार – बार पानी को पीने की कोशिश करता और हर बार वो असफल हो जाता । जब कौआ थक गया तब उसे घड़े के पास में कुछ कंकड़ दिखाई पड़ते है । उसके बाद कौआ कुछ सोचता है और नीचे पड़े सभी कंकड़ों को पानी में डालना शुरू कर देता हैं । लगातार मेहनत करते रहने के बाद आखिर में पानी ऊपर आ ही जाता है , जिसे पीकर कौआ अपनी प्यास को बुझाकर अपनी जान बचा लेता है ।
Moral in Hindi – इस प्रसिद्ध Moral Storie को पढ़कर हमें यह सीखने को मिलता है कि मेहनत ही कामयाबी की कुंजी है । लगातार कोशिश और मेहनत करते रहने से असंभव लगने वाले लक्ष्य को भी पाया जा सकता है ।
कलाम साहब की यह पुस्तक ‘ अग्नि की उड़ान ‘ न सिर्फ आपको उनके संघर्षों से जोड़ेगी वरन आपको अपने जीवन में भी चुनौतियों का सामना करने का साहस प्रदान करेगी .. और साथ में हैं मेरी पसंदीदा और मेरी दृष्टि से व्यक्तित्व विकास पर अब तक लिखी गयी सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों में से एक .. शिव खेड़ा जी की ‘ जीत आपकी ‘ ऑनलाइन पुस्तकें मंगवाने के लिए लिंक पर जा सकते हैं .. 👇 onli in 385 ₹
AGNI KI UDAAN HINDI + YOU CAN WIN HINDI ( set of 2 books )
[ 5 ] कपटी बाज | Moral Stories in Hindi for class 10
एक पेड़ की डाली पर एक बाज रहा करता था और उसी पेड़ की खोह में एक लोमड़ी भी रहती थी । फिर एक दिन जब लोमड़ी खोह में से निकलकर बाहर जाती है , तो उसके खोह में बाज घुस जाता है और अपने बच्चे को खिलाने के लिए लोमड़ी के बच्चे को उठाकर लें जाता है । जैसे ही लोमड़ी को पता चलता है , वैसे ही लोमड़ी बाज से अनुरोध करती है कि उसके बच्चे को वापस कर दें ।
बाज को पता था कि लोमड़ी उसके घोषले तक नहीं पहुंच पाएगी और यही कारण था कि बाज लोमड़ी के अनुरोध पर ध्यान नहीं देता है । फिर लोमड़ी पास के मंदिर में जाती है और वहां से एक जलती हुई लकड़ी को ले आती हैं । फिर पेड़ के नीचे आग लगा लेती है । गर्मी और धुएं की वजह से बाज डर जाता है और नीचे आकर लोमड़ी के बच्चो को वापस कर देता हैं ।
Moral in Hindi – कपटी बाज के इस कहानी को पढ़कर हमें यह शिक्षा प्राप्त होता है कि निर्दयी इंसान जिनका दमन करता है , उनसे उसे हमेशा खतरा ही रहता है ।
[ 6 ] शेर और तीन बैल | Short Moral Stories in Hindi
एक समय की बात है । तीन बैल काफी अच्छे दोस्त थे। ये तीनों बैल साथ में ही घास चरने जाते थे और बिना जलन भाव के एक दूसरे के साथ सब कुछ शेयर किया करते थे। एक शेर इन तीनों बैलों के काफी दिनों से पीछे पड़ा हुआ था । हालांकि, शेर को यह पता था कि जब तक तीनों बैल एक साथ रहेंगे तब तक कोई भी इनका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है ।
वही शेर तीनों बैल दोस्तों को अलग करने के लिए एक शातिर दिमाग चलाता है । शेर ने बैलों के बारे में यू ही अफवाहें फैलानी शुरू कर देता है । अब बार बार अफवाहें सुन – सुन कर तीनों के बीच दरार पड़ जाती हैं । समय के साथ वे तीनों एक दूसरे से जलने लगते हैं ।
आखिरकार एक दिन ऐसा आ ही गया जब तीनों में खूब लड़ाई होती है और वे अलग – अलग रहने का फैसला करते है । वही दूसरी तरफ शेर के पास काफी अच्छा मौका मिल जाता है । उसने इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और एक – एक करके तीनों बैलों को मार देता है और अपना शिकार बना लेता है ।
Moral in Hindi – शेर और तीन बैल की कहानी को पढ़कर हैं यह शिक्षा प्राप्त होती है कि एकता में ही शक्ति होती है ।
[ 7 ] शरारती चूहा | Moral Stories in Hindi for class 10
मोहन के घर में एक शरारती चूहा रहा करता था । चूहा काफी छोटा था , परंतु पूरे घर में दौड़ता फिरता था । वही एक दिन शरारती चूहे ने मोहन के किताबो को भी कुतर डाला । वही कुछ कपड़ो को भी कुतर डाला । साथ ही मोहन की मम्मी जो भी खाना बना कर रसोई घर में रखती थी चूहा उसे भी खा जाता था।
वही कुछ दिनों में चूहा खा पीकर छोटा से बड़ा हो जाता है । फिर एक दिन मोहन की मम्मी ने शरबत बनाकर एक बोतल में रख देती है और चूहा की नजर उस बोतल पर पड़ती है , तो चूहा उस शरबत को पीने की बार – बार कोशिश करता ।
लेकिन फिर भी शरारती चूहा शरबत को नहीं पी पा रहा था । जब चूहे का मुंह बोतल में बड़ा होने की वजह से नहीं घुस पा रहा था तब चूहा अपना शरारती दिमाग चलाता है और अपनी पूंछ को शरबत में डुबाता और उसे चाटता । इस तरह चूहे का पेट भर जाता हैं । जिसके बाद मोहन के तकिए के नीचे बने अपने बेड पर शरारती चूहा सो जाता है ।
Moral in Hindi – शरारती चूहा के इस कहानी को पढ़कर हमें यह शिक्षा प्राप्त होती है कि मेहनत करने से कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता ।
[ 8 ] अहंकार | Short moral Stories in Hindi
बहुत साल पहले एक गांव में एक मूर्तिकार रहता था । इस मूर्तिकार की खिसियत यह थी की यह किसी भी प्रकार का मूर्ति बनाता वह बिल्कुल जीवित जैसी लगती थी । यही वजह है कि इसके मूर्ति के सभी दीवाने थे । लेकिन समय के साथ मूर्तिकार को अपनी कला का बहुत घमंड हो गया था । एक दिन मूर्तिकार को ऐसा महसूस हुआ की वो जल्दी ही मरने वाला है ।
अब ऐसे में उसने अपने कला के उपयोग से अपनी तरह ही 20 मूर्ति बना लिया और यम दूत से बचने के लिए इन मूर्तियों के बीच में जाकर बैठ गया । जब यम दूत आए तो इन मूर्तियों में मनुष्य कौन है यह पहचान पाना यम दूत के लिए भी कठिन हो गया । फिर यम दूत ने अपना दिमाग चलाया और मनुष्य को मूर्तियों के बीच से निकलने के लिए बोलें की ये मूर्ति तो अच्छी है लेकिन इन सब में एक कमी जरूर नजर आ रही है ।
यम दूत के बाते सुनकर मूर्तिकार सोचने लगा की मैं तो कभी गलती कर ही नहीं सकता । दरअसल, मूर्तिकार अपने घमंड मे था । वही यम दूत कहते है कि अभी मूर्तिकार सामने रहता तो उसे इन मूर्तियों में क्या कमी है इसके बारे में बताता । ये सुनकर मूर्तियों के बीच से मूर्तिकार बाहर आता है और कहता है की क्या कमी है जरा बताइए तो । बस जैसे ही मूर्तिकार बाहर आया वैसे ही यम दूत उसे पकड़कर अपने साथ ले जाते है ।
Moral in Hindi – अहंकार के इस कहानी को पढ़कर हमें यह शिक्षा प्राप्त होती है कि अहंकार ने केवल दुख और तकलीफ के अलावा व्यक्ति को कुछ नहीं दिया ।
क्या आप जानते हैं की आज हर आयुवर्ग का तीसरा या चौथा व्यक्ति अपना सर्वाधिक समय कहाँ बिता रहा है ?? .. बिल्कुल सही समझे .. और यदि नहीं समझे तो हम बता देते है .. फेसबुक , इंस्टाग्राम , ट्विटर इत्यादि .. सरल शब्दों में समझे तो शोशल मिडिया ..
क्या आप जानते हैं इसके क्या फायदें है और क्या नुकसान ?? .. आइये इसे जानने की कोशिश करते हैं , निम्नलिखित पोस्ट के माध्यम से ..
[ 9 ] चिड़िया का घोषला | Any moral Stories in Hindi
प्रीती चिड़ियां एक खेत में कई दिनों से अपने घोंसले में रहा करती थी। दरअसल, प्रीती चिड़ियां का घोंसला पुराना हो चुका था और ठंडी के दिन आने वाले है यह सोचकर प्रीती चिड़ियां नया घोंसला बनाने का सोच रही थी । प्रीती चिड़ियां ने काफी मेहनत करके तिनका – तिनका जोड़कर अपना नया घोंसला बना लिया है। लेकिन नए घोंसले में जानें से पहले चिड़ियां ने सोचा कि आज भर पुराने घोंसले में ही रह लेती हूं कल नए घोंसले में चली जाऊंगी ।
वही अगले दिन जब प्रीति चिड़ियां अपने नए घोंसले को देखती है , तो उसका आंख फटा का फटा रह जाता है । क्योंकि उसके नए घोंसले को एक बाज आकर चिथड़े – चिथड़े कर जाता है। वही चिड़ियां का मन थोड़ा दुखी हो जाता है। लेकिन फिर भी लंबी सांसे लेकर चिड़ियां दुबारा मेहनत करके तिनका तिनका जोड़कर एक नया घोंसला तैयार कर लेती है और अपने बच्चों को खुशी खुशी घोंसले में लेकर रहने लगती है ।
Moral in Hindi – चिड़ियां का घोंसला के कहानी को पढ़कर हमें यह शिक्षा प्राप्त होता है कि यदि आपके साथ कुछ बुरा होता है , तो आप हमेशा शिकायत करते है , सबसे अपने साथ हुए समस्या का रोना रोने लगते है । लोगों को कोसते है और हिम्मत हार जाते है । ऐसा करने की बजाए दुबारा मेहनत करके बिगड़े कार्य को सुधारने की कोशिश करना चाहिए ।
[ 10 ] चिड़ियां की कहानी | Top 10 Moral Stories in Hindi
रामपुर के जंगल में सभी जानवर एक साथ मिलजुल कर खुशी – खुशी रहते थे। उसी जंगल के एक पेड़ पर एक रानी चिड़ियां भी रहती थी । वही एक दिन जंगल में काफी भयानक आग लग जाती है । वही जंगल के राजा शेर सभी को जंगल छोड़ने की सलाह देता है । यह सुनकर बाकी के सभी जानवर जंगल छोड़कर पास के जंगल में भाग जाते है ।
वही एक बाज उड़कर जा ही रहा था की उसे नीचे दिखाई देता है कि रानी चिड़ियां पास में तालाब से अपने चोंच में पानी भरकर आग को बुझाने की कोशिश में लगी हुई थीं। यह देखकर बाज रानी चिड़ियां को बोलता है कि अरे रानी चिड़ियां तुम्हारे चोंच में भला कितना पानी आएगा इससे जंगल का आग बुझाना असंभव है ।
इसी पर रानी चिड़ियां बाज को बोलती है की भाई मुझे न पता की मेरी चोंच में कितना पानी आएगा और इतने से आग बुझेगा या नहीं मैं तो बस ये जानती हूं कि मेरी गिनती आग बुझाने वालों में की जाएगी और आप लोगों की गिनती भागने वालों में की जाएगी ।
Moral in Hindi – चिड़ियां की कहानी को पढ़कर हमें यह सीखने को मिलता है कि यह मायने नहीं रखता की हम कितने छोटे या बड़े है । बल्कि , मायने यह रखता है कि मैंने क्या काम किया , कैसे और कब किया । इससे हमारे हौसले , नियति और जुनून का पता चलता है ।
मित्रों .. आशा है आपने इन कहानियों के माध्यम से न सिर्फ अपने बचपन को याद किया होगा बल्कि कुछ महत्वपूर्ण और सरल सबक़ भी लिए होंगे ..
और हर बार की तरह इस बार भी आपकी शिकयतों और सुझाव की प्रतीक्षा रहेगी ..
एक बार फिर ..
धन्यवाद ..