सम्पूर्ण  सिंह  कालरा  क्या आप इस  नाम  से  परिचित  हैं ?? सम्भवतः नहीं … लेकिन अगर आपसे पूछा जाए की क्या आप ‘ गुलज़ार ‘ नाम से परिचित हैं ?? तो  बगैर  एक  मिनट  भी  बर्बाद किये  आप ‘ हाँ ‘ में  उत्तर  देंगे ..

लगभग  हर  पीढ़ी  को  अपने  निर्देशन , गीतों , पटकथा  लेखन  और  कविताओं  से  दीवाना बना  देने  वाले  शख्स  से  भला  नया  और पुराना  जमाना  कैसे  अनजान  रह  सकता  है ??   गुलज़ार  साहब  उन  भाग्यशालियों  में से  हैं जिन्होंने  इंडस्ट्री  के  कुछ  बड़े  नामों  के  साथ काम  किया  है , साथ  ही  उन्होंने  रिहाना , केंड्रिक  लैमर  और  ड्रेक  जैसे  कलाकारों  के लिए  रिकॉर्ड  तैयार  किए  हैं ।

 बात करते हैं  उस चीज  की  जिसकी  वजह से  गुलजार साहब  युवा  दिलों  के  चहेते  माने जाते  हैं ..जी हाँ .. सही पकडे हैं .. वह  है …गुलजार  की  शायरी .. बुनियादी  तौर  पर  गुलज़ार  शायरी  एक  प्रकार  की  कविता  है  जिसकी  उत्पत्ति पाकिस्तान  के  पंजाब  क्षेत्र  में  हुई  थी । यह आमतौर  पर  उर्दू  या  पंजाबी  में  लिखा  जाता है , और  इसमें  अक्सर  प्यार , नुकसान  और दिल  टूटने  के  विषय  होते  हैं ।

        गुलज़ार की शायरी क्या है ?

गुलज़ार शायरी अपने अत्यधिक भावनात्मक जुड़ाव , टकराव , मिलन , अलगाव आदि के लिए जानी जाती है । और यह प्रसिद्ध इसीलिए है क्यों की युवा से लेकर उम्रदराज़ तक इंसान कभी न कभी इन स्थितियों से गुज़रता है ..  और जब वह गुलजार की शायरी को सुनता या पढ़ता है तो कहीं न कहीं भीतर एक रिक्त स्थान { खाली जगह } को भरता हुआ पाता है या जुड़ाव महसूस करता है

क्या आप भी गुलज़ार की शायरी को महसूस करना चाहते हैं तो आइये चलते है ..  एक ऐसे सफ़र पर जो कुछ लोगों के लिए जाना – पहचाना है और कुछ के लिए अनजाना

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एक सुकून की तलाश में जाने कितनी बेचैनियाँ पाल ली , और लोग कहते हैं की हम बड़े हो गए हमने ज़िंदगी संभाल ली ..

ना राज़ है “ ज़िन्दगी ”, ना नाराज़ है “ ज़िन्दगी ”, बस जो है , वो आज है ज़िन्दगी

थोडा है थोड़े की ज़रूरत है , ज़िन्दगी फिर भी यहाँ की खुबसूरत है ..

सूखे पत्तों की तरह बिखरे हुए थे हमं , किसी ने समेटा भी तोह सिर्फ जलाने के लिये ..

नहीं बदल सकते हम खुद को औरों के हिसाब से एक लिबास हमें भी दिया है खुदा ने अपने हिसाब से ..

तकलीफ खुद की कम हो गई जब अपनों से उम्मीद कम हो गई ..

दर्द की भी अपनी एक अदा है, वो भी सहने वालों पर फ़िदा है ..

हँसना हँसाना आता हैं मुझे , मुझसे गम की बात नहीं होती , मेरी बातो में मज़ाक होता हैं मेरी हर बात मज़ाक नहीं होती ..